पटना19 घंटे पहले
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- डेंगू मच्छरों से बचाव के लिए आवासीय परिसर में किया गया दवा का छिड़काव
आईजीअाईएमएस के डॉक्टरों के आवासीय काॅम्प्लेक्स में डेंगू के मच्छरों काे मारने के लिए छिड़काव किया गया। डाॅक्टराें के ई-टाइप आवासीय परिसर में डेंगू के मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। यहां रहने वाले चिकित्सक और उनके परिजन डेंगू से पीड़ित हो गए हैं। शनिवार तक 10 डॉक्टर और पांच डॉक्टरों के परिजन भी डेंगू के चपेट में आए थे।
बुखार होने पर पहले इनलोगों ने कोरोना की जांच कराई। कोरोना की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई तो डेंगू की जांच हुई। डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद जितने डॉक्टर और उनके परिजन बुखार से पीड़ित थे। सभी ने डेंगू की जांच कराई और नतीजा पॉजिटिव निकला। इसके बाद चिकित्सकों के इस आवासीय परिसर में हड़कंप मच गया। इसकी सूचना मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल को दी गई। डॉ. मंडल ने डेंगू के मच्छरों के मारने के लिए दवा छिड़काव करने के लिए पटना नगर निगम को पत्र लिखा। डॉ. मंडल ने बताया कि नगर निगम के कर्मचारी रविवार को छिड़काव करने के लिए आए थे। आवासीय परिसर में दवा का छिड़काव किया है। डॉ. मंडल ने कहा कि और कुछ लोग बुखार से पीड़ित हैं सोमवार को उनकी भी जांच कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि डेंगू तीन मरीज भी दिखाने आए थे। डेंगू के सभी मरीजों को भर्ती करने की जरूरत नहीं होती है। उन्हीं मरीजों को भर्ती करना पड़ता है जिन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत होती या फिर उन्हें कोई परेशानी हो। वहीं पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने कहा कि जांच कराने के लिए मरीज आ रहे हैं। 30 बेड का डेंगू वार्ड की व्यवस्था भी की गई है। पर डेंगू वार्ड में अभी मरीज भर्ती नहीं हुए हैं। पीएमसीएच में डेंगू की दो तरह की जांच की व्यवस्था है। एनएस-1 और आईजीएम दोनों जांच की व्यवस्था रखी गई है।
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