पटनाएक दिन पहले
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- बनाया गया था 447 बेड का कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल, अभी 10 मरीज ही भर्ती
एनएमसीएच में गुरुवार से सामान्य चिकित्सा सेवाएं भी शुरू होंगी। 100 बेड का कोविड वार्ड संचालित होता रहेगा। ओपीडी शुरू होने से अन्य बीमारियों के मरीजों को राहत मिलेगी। साथ ही जूनियर डाॅक्टरों का पठन-पाठन अब सुचारु रूप से शुरू हो जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने निर्देश जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि अब 100 बेड का ही कोविड वार्ड संचालित किया जाए और सामान्य चिकित्सा सेवाएं भी पूर्ण रूप से बहाल कर दी जाएं। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि प्रधान सचिव के निर्देश के आलोक में बुधवार को बैठक होगी और गुरुवार से सामान्य चिकित्सा सेवाएं पूर्ण रूप से बहाल कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन भी शुरू होगा। शिशु रोग विभाग में ओपीडी बुधवार से ही चालू कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि कोरोना के मरीजों का इलाज होता रहेगा। इसके लिए शिशु रोग विभाग में 15 और एनआईसीयू में 20 और आईडीएच व नशा मुक्ति केंद्र मिलाकर 45 बेड कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित रहेंगे। इसके अलावा 20 और बेड भी सुरक्षित रहेंगे। इस तरह कोविड के मरीजों के लिए 100 बेड रहेंगे।
आज से चालू होगा शिशु राेग ओपीडी
नॉन कोविड मरीजों की चिकित्सा सेवाएं शुरू होने से यहां अध्ययनरत एमबीबीएस के छात्रों और एमएस-एमडी कर रहे विद्यार्थियों को भी प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा, जो पिछले सात महीने से कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनने के कारण बाधित था। जूनियर डॉक्टरों ने कई बार प्रधान सचिव और विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर सामान्य मरीजों के लिए चिकित्सा सेवाएं शुरू करने की मांग की थी।
भागलपुर और गया के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में भी की गई यही व्यवस्था
राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार कमी हो रही है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के तीन कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल एनएमसीएच (पटना), जेएलएनएमसीएच (भागलपुर)और एएनएमसीएच(गया) में भी सामान्य रोगियों के इलाज करने का निर्णय लिया है।
हालांकि दूसरे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की तरह ही इन तीनों मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 100 बेड का डेडिकेटेड वार्ड चलता रहेगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने इस संबंध में प्राचार्य व अधीक्षक को निर्देश जारी किया है।
पटना जिले में मिले 297 कोरोना संक्रमित, 3 मरीजों की हुई मौत
पटना जिले में मंगलवार को कोरोना के 297 मरीज मिले हैं। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29011 हो गई है। इनमें 26670 ठीक हो चुके हैं। अभी 2232 एक्टिव केस हैं। जिले में मंगलवार को 6004 सैंपल की जांच हुई। पीएमसीएच में 638 सैंपल की जांच में 33 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। एक डॉक्टर और एक स्टाफ भी संक्रमित हुए हैं।
ये डॉक्टर पीएमसीएच के नहीं हैं। वहीं कोविड अस्पताल में समस्तीपुर की रहने वाली 80 साल की मरीज आशा देवी की मौत हुई है। वहीं आईजीआईएमएस में 2891 सैंपल की जांच में 50 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसमें आईजीआईएमएस में पांच मरीज संक्रमित हुए हैं।
एम्स में मंगलवार काे 14 नए काेराेना संक्रमिताें काे भर्ती किया। इनमें 7 पटना के मरीज हैं। इनमें फुलवारीशरीफ के 2, किदवईपुरी, शाहजहांपुर, रूपसपुर, हनुमाननगर, एसकेपुरी के एक-एक मरीज हैं। वहीं 12 मरीजाें काे डिस्चार्ज किया गया। इलाज के दाैरान दाे लाेगाें की माैत हाे गई जिनमें फतुहा के दिनेश कुमार और वैशाली के जितेंद्र शाह हैं।
पीएमसीएच : कोरोना संक्रमित कैदियों के लिए अलग वार्ड
पीएमसीएच में कोरोना संक्रमित कैदियों के लिए अलग वार्ड बनाया गया है। अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि कैदियों को कोरोना के सामान्य मरीजों के साथ नहीं रखा जाएगा। दो-तीन दिन में यह सुविधा कोरोना संक्रमित कैदियों को मिलने लगेगी। सुरक्षा के मद्देनजर यह व्यवस्था की जा रही है। पीएमसीएच में पहले से 100 बेड का कोविड अस्पताल है। इसके अलावा कॉटेज और नेत्र विभाग में आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था रखी गई है।
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