पटना17 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
कोरोना और डेंगू संक्रमित मरीज जब इलाज के लिए भर्ती होने आए, उन्हें भर्ती कर इलाज शुरू करें। रात में भी आएं तो मरीज को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। दवा की सूची और डॉक्टरों की ड्यूटी चार्ट डिसप्ले रहना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने यह निर्देश सोमवार की शाम समीक्षा बैठक में दी।
बैठक में पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. विद्यापति चौधरी और अधीक्षक डॉ. विमल कारक समेत सभी मेडिकल काॅलेज अस्पतालाें के प्राचार्य, अधीक्षक और जिला के सिविल सर्जन मौजूद थे। उन्होंने कहा- कुछ दिनों में देखा जा रहा है कि कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही डेंगू के मरीज भी मिलने लगे हैं।
इस बाबत सतर्क रहने की जरूरत है। उसी तरह से अस्पतालों में व्यवस्था भी रखनी है। जो भी चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध थीं, उन्हें शुरू करना है। आयुष्मान के मरीज आएं तो उनका भी इलाज होना चाहिए। प्रधान सचिव ने आरटीपीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया।
Source link