मोतिहारी13 घंटे पहले
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बंजरिया में बाढ़ के पानी से घिरा प्रखंड सह अंचल कार्यालय।
वाल्मीकिनगर बराज से गंडक में रविवार को 75400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे नदी का जलस्तर और कम हो गया है। लगातार पांच दिनों से नदी में एक लाख क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे नदी का जलस्तर करीब दो मीटर कम हो गया है। हालांकि, डुमरियाघाट में अभी भी नदी डेंजर लेबल के पास बह रही है। जिससे बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
जबकि चटिया में करीब एक मीटर नीचे पहुंच गई है। मौसम विभाग की वर्षा की चेतावनी के बाद से आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोग सहमे हुए है। हल्की वर्षा होते ही आसपास के क्षेत्र में पानी भर जाएगा। जबकि नदी में वाल्मीकिनगर से डिस्चार्ज बढ़ने पर तीसरी बार बाढ़ आ सकता है। चंपारण तटबंध के आसपास के लोग अभी भी बांध पर शरण लिए हैं।
बंजरिया में नदी का कहर अभी जारी है। बाढ़ का पानी तिरूआह जाने वाली सड़क पर जमा है। जिससे चैलाहां से अजगरी होकर जटवा-जनेरवा तक जाने वाली सड़क अभी भी बंद है। सड़क पर तीन-चार किमी में अभी भी दो-तीन फिट पानी बह रहा है। सड़क टूटने के कारण यह चलने लायक नहीं रह गया है। इधर, लालबकेया नदी का जलस्तर भी काफी कम हो गया है।
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