आरा16 घंटे पहले
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- 3 शहर में जाम से बचने के लिए खतरा मोलकर शॉर्टकट इस्तेमाल करते हैं लोग
शहर अभी तक जाम से निजात नहीं पा रहा है। जिसके कारण शनिवार को एक अलग ही नजारा पश्चिमी ओवरब्रिज के नीचे रेलवे क्रॉसिंग पर देखने को मिला। रेलवे ट्रैक पर बिना कुछ सोचे समझे लोग बेधड़क बाइक व पैदल पार कर रहे थे। उन्हें डर ही नहीं था कि कोई अगर ट्रेन आ गई तो वे मौत के गाल में समा जाएंगे।
पूछने पर रेलवे ट्रैक पार करनेवाले लोगों ने बताया कि ओवरब्रिज जाम है इसलिए इधर से हमलोग किसी तरह बाइक को पार करके जा रहे है। एसपी साहब तो वन वे की बात करते है कि जनता को आराम होगा पर स्थिति क्या है यह तो सामने है। ऐसे देखा जाए तो शहर के बाजार हो या धोबी घटवा, बिहारी मिल, महावीर टोला सहित कई इलाके है जहां प्रतिदिन लोग जाम से जूझते रहते है।
ट्रैफिक पुलिस की संख्या में कमी के कारण भी लगता है जाम: शहर के चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की कमी के कारण भी जाम लगता है। प्रतिदिन यही देखने को शहर में मिल रहा है। अभी कम से कम और 25 ट्रैफिक पुलिस और होने चाहिए तब जाकर जाम से कुछ हद तक निजात मिल सकेगा। ऐसे ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी तो करती है पर आगे निकलनेवाले बाइक पर लोग आगे निकलने की होड़ में जाम लगा देते है। कभी-कभी ऐसा होता है कि बाइकसवार युवक ट्रैफिक पुलिस ने नोकझोंक भी करने लगते है।
लोग बोले- मजबुरी है रेलवे ट्रैक पार करके जाना
धोबियाघटवा निवासी रामपुकार सिंह, श्यामसुंदर सिंह ने बताया कि जाम की समस्या तो समाप्त हो नहीं नही है जिसके कारण हमें खतराें से खेलना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात यह थी कि कोई पुलिसकर्मी भी उन्हें रोकने नहीं आ रहा था। ट्रैक पार कर रही छात्रा शुभांगी ने बताया कि प्रतिदिन जाम की स्थिति ओवरब्रिज पर बनी रहती है मजबूरी में कोचिंग में पढ़ने के लिए रेलवे ट्रैक पार करके जाना पड़ता है।
इधर जागरुक नागरिक अधिकार मंच के संयोजक सह समाजसेवी अशोक तिवारी ने बताया कि पूर्वी रेलवे गुमटी व पश्चिमी ओवरब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक को पार करके लोग पांच महीने से ऊपर हो गया जाते है। शहर में जाम की स्थिति यथावत बनी रह रही है। ट्रैफिक पुलिस की संख्या को एसपी साहब को बढ़वाना चाहिए तभी निदान संभव है।
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