भागलपुर8 घंटे पहले
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- एजेंसी का तर्क: चूहों ने पैनल के बेल्ट काट दिए, इसलिए हुई परेशानी
234 करोड़ी बाइपास पर पुरानी सराय के पास सपोर्टिंग दीवार से गिरे छह पैनल के बाद शनिवार को तीन और पैनल गिरे। शुक्रवार को एनएच अफसरों का मरम्मत शुरू करवाने के दावे के बाद भी काम शुरू नहीं हो सका। हालांकि एनएच के एक्जीक्यूटिव इंजीनयर एमके पांडेय और निर्माण एजेंसी जीआर इन्फ्रा के अफसरों ने अलग-अलग मुआयना जरूर किया। एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने एजेंसी को मरम्मत के निर्देश दिए, जबकि एजेंसी ने इसके लिए बाइपास किनारे बनी दुकानों को हटाने को कहा। साथ ही तीन दिन में मरम्मत करने की बात कही।
निर्माण एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर राघवेंद्र कुमार, सहायक मैनेजर समेत टीम मौके पर पहुंची। मुआयना के बाद एजेंसी ने कहा, मरम्मत को बाइपास के ऊपर व नीचे दो मशीनें लगेंगी। इसके लिए बाइपास किनारे लगी दुकानों को हटाना होगा। उन्होंने दुकानदारों से यह भी कहा कि यदि ये अवैध दुकानें नहीं हटेंगी तो जेसीबी से हटाई जाएगी।
नए पैनल मंगवा लिए गए हैं
सपोर्टिंग दीवार के लिए नए पैनल मंगवाए हैं। मशीन मंगवाई जा रही है। इसके बाद सभी डैमेज पैनल खोलकर नए लगाए जाएंगे। इसमें तीन दिन से ज्यादा समय लग सकता है। -राघवेंद्र कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर, जीआर इन्फ्रा
इसलिए गिरे पैनल और निकलने लगी मिट्टी
एजेंसी ने बताया। चूहों ने सपोर्टिंग दीवार में पैनल के बेल्ट काट दिए। बाइपास पर अवैध दुकानों के लिए ग्रामीणाें ने किनारे की मिट्टी खोदी। इससे छेद हुए और बारिश का पानी रिसा मिट्टी नीचे बैठने लगी व पैनल पर प्रेशर पड़ने से पैनल निकल गया। इस बीच एजेंसी ने दीवार में उगे पौधों को हटाया और मरम्मत के लिए रास्ते बनाने को मिट्टी डाली।
तीन दिन में होगी मरम्मत
निरीक्षण किया है। तीन दिन में मरम्मत हो जाएगी। ग्रामीणों को दुकानों हटाने को भी कहा है। स्वेच्छा नहीं दुकानें नहीं हटीं तो जेसीबी से हटाएंगे। -एमके पांडेय, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, एनएच
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