सीवान9 घंटे पहले
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- पोषण माह के रूप में मना सितंबर, कोरोनाकाल के दौरान ज्यादा लोगाें तक पहुंचने की हुई कोशिश
वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच समाज व जिले से कुपोषण को मिटाने के उद्देश्य से आईसीडीएस व स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के समन्वय के साथ सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया गया था। साथ ही इस दौरान आयोजित होने वाली समस्त गतिविधियों को पोषण अभियान के डैशबोर्ड पर डालने के निर्देश भी दिये गए थे। जिसके अनुसार पोषण माह में 2,75,08,753 लोगों की भागीदारी हुई है। इस उपलब्धि के साथ जिला राज्य में 12वां स्थान हासिल किया है। कोरोना संकट के बीच पोषण अभियान में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनश्चित की गयी है।
सामुदायिक गतिविधियों पर रहा जोर
पोषण माह के दौरान सामुदायिक स्तर पर आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों का विशेष आयोजन किया गया है। जिसमें अन्नप्राशन दिवस, गोदभराई एवं प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा दिवस के आयोजन मुख्य रूप से शामिल है। आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी सेविका घरों का भ्रमण किया। कमजोर नवजात शिशु की पहचान, 6 माह से अधिक उम्र के बच्चों को ऊपरी आहार, महिलाओं में एनीमिया की पहचान की गई है।
बेहतर करने वाले होंगे पुरस्कृत
पोषण अभियान के जिला समन्वयक पंकज कुमार गुप्ता ने कहा पोषण माह अभियान में बेहतर कार्य करने वाले कर्मियों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। इसके लिए कर्मियों को इनसेंटिव भी देने का प्रावधान किया गया है। सरकार के निर्देशानुसार कार्य किया गया है। प्रतिदिन होने वाले गतिविधियों का डाटा पोर्टल पर अपलोड कराया गया है। जिसके आधार पर यह रैंकिंग जारी की गयी है।
आईसीडीएस के डीपीओ प्रतिभा गिरी ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण में निर्धारित गतिविधियों के आयोजन को लेकर पहले दिन से ही प्रयास गयृ हैं। जिले में कुल 3 लाख 87 हजार 557 गतिविधियां आयोजित की गयी हैं। जिसमें 27508753 लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराते हुए उन्हें जागरूक किया गया है।
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