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- Bihar: Seat Sharing In NDA, LJP Will Open Its Cards On Saturday, A Decision Will Be Taken In The Meeting Of Parliamentary Board
14 मिनट पहले
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गुरुवार को ही चिराग पासवान ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। (फाइल फोटो)
- चिराग पासवान की भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ कई बैठक के बाद भी मामला नहीं सुलझा
- लोजपा 36 सीट मांग रही है, पार्टी की शर्त है कि उसे अधिकतर सीट पसंद की दी जाएं
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पहले चरण के लिए नामांकन शुरू हो गया है, लेकिन एनडीए और महागठबंधन दोनों तरफ अभी तक सीट शेयरिंग का मामला नहीं सुलझा है। महागठबंधन में मामला कांग्रेस की हठधर्मिता के चलते अटका है तो एनडीए में लोजपा ने जदयू और भाजपा को उलझा रखा है। दोनों ही पार्टियां सीटों के दिए जा रहे ऑफर से संतुष्ट नहीं हैं। कांग्रेस को राजद 58 सीट देने को तैयार है तो भाजपा ने लोजपा को 30 सीट का ऑफर दिया है। कांग्रेस 70 सीट मांग रही है और लोजपा 36 सीट।
लोजपा अपने लिए 36 सीट की मांग कर रही है। इसके साथ ही पार्टी की शर्त है कि उसे अधिकतर सीट पसंद की दी जाएं। यदि लोजपा की यह मांग मान ली जाए तो भाजपा और जदयू को अपने कोटे की कई सीट पर समझौता करना होगा। यही कारण है कि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ कई बैठक होने के बाद भी मामला अभी तक नहीं सुलझा है। शनिवार को लोजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में पार्टी सीट शेयरिंग को लेकर अपना फैसला ले सकती है।
गुरुवार को ही चिराग पासवान ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। सूत्रों की मानें तो चिराग ने अमित शाह से बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ अपनी शिकायत से अवगत कराया था। साथ ही बिहार में अपनी पार्टी के लिए सम्मानजनक सीटों की मांग को भी दोहराया था। लोजपा सूत्रों के अनुसार भाजपा को लोजपा से कोई समस्या नहीं। अब देखना यह है कि अमित शाह लोजपा को किस हद तक मना पाते हैं। अगर चिराग मान भी जाते हैं तो एनडीए के दूसरे घटक दल इसपर तैयार होंगे या नहीं यह देखने वाली बात होगी।
गौरतलब है कि लोजपा ने सम्मानजनक सीटें न मिलने की सूरत में 143 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारने की भी बात कही थी। पार्टी का कहना था कि वह भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं करेगी, लेकिन जदयू के खिलाफ जरूर चुनाव लड़ेगी। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि लोजपा के इस घोषणा पर पार्टी में ही मतभेद हैं।
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